सफलता-असफलता से बेपरहवाह आगे बढ़ते चले जाने की कविता सफलता-असफलता से बेपरहवाह आगे बढ़ते चले जाने की कविता
मंज़िल जो मिली कामयाबी की सब अपने हो जाते हैं एक असफलता जो मिली अपने पराये बन जाते हैं। मंज़िल जो मिली कामयाबी की सब अपने हो जाते हैं एक असफलता जो मिली अपने पराये बन ...
अपनी गलतियों को न दोहराने की शिक्षा देती कविता। अपनी गलतियों को न दोहराने की शिक्षा देती कविता।
ना हाथ रंगो हल्दी मेहंदी से, इन्हें स्याही से रंग जाने दो माँ। नींव बनूँगी दो-दो घर क ना हाथ रंगो हल्दी मेहंदी से, इन्हें स्याही से रंग जाने दो माँ। नींव बनूँगी...
न कोई नियम न अपना कानून है, बस आगे बढ़ते जाने का ही जुनून है, न कोई नियम न अपना कानून है, बस आगे बढ़ते जाने का ही जुनून है,
इस दुनिया मे तीरंदाज कोई नही पर हर कोई कुछ न कुछ ज़रुर जानता है इस दुनिया मे तीरंदाज कोई नही पर हर कोई कुछ न कुछ ज़रुर जानता है